गिर जाएगी मोदी सरकार? जेडीयू की दो टूक, इंडिया से हमें ऑफर

 

भारतीय राजनीति के मौजूदा परिदृश्य में बड़े उलटफेर की संभावनाएं बढ़ गई हैं। जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। जेडीयू के इस स्पष्ट दावे से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। 

डीयू की मांग और भाजपा की चिंता

 

नीतीश कुमार की नई मांगों ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जेडीयू ने एनडीए के भीतर अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए अपनी मांगों को बढ़ा दिया है। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा नीतीश को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें इतनी बढ़ गई हैं कि भाजपा के लिए अब यह एक बड़ी चुनौती बन गई है।

NDA की लड़ाई पर इंडिया गठबंधन की नजर

 

एनडीए में चल रही इस खींचतान पर इंडिया गठबंधन की पैनी नजर है। इंडिया गठबंधन ने जेडीयू को ऑफर देकर भाजपा के खिलाफ अपने मोर्चे को और मजबूत करने का प्रयास किया है। यह राजनीतिक घटनाक्रम भाजपा के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि उनके सहयोगी दल अब उनकी नीतियों और रवैये से असंतुष्ट होते जा रहे हैं।

 

10 साल बाद भाजपा को सहयोगियों की जरूरत

 

भाजपा, जिसने पिछले 10 सालों में अपने सहयोगियों की ओर कम ही ध्यान दिया था, अब उन्हें मजबूती से बारगेनिंग करते हुए देख रही है। सत्ता के ऊँट के पहाड़ के नीचे आने का एहसास अब भाजपा को हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू इस नए राजनीतिक समीकरण से खुश हैं, क्योंकि भाजपा बहुमत से दूर होती नजर आ रही है।

 

भाजपा की चमक धूमिल, सहयोगियों की खुशी

 

नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की खुशी का कारण यह है कि भाजपा बहुमत से दूर होती दिख रही है। 10 दिन पहले बुझी हुई लगने वाली चेहरे अब चमकने लगे हैं, जबकि भाजपा नेताओं के चेहरे की चमक धूमिल हो गई है। नीतीश कुमार, जो राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं, अपनी खुशी छुपा नहीं पा रहे हैं।

 

इस राजनीतिक घटनाक्रम से स्पष्ट है कि भाजपा के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं। एनडीए के भीतर बढ़ती असहमति और इंडिया गठबंधन के ऑफर ने स्थिति को और पेचीदा बना दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा कैसे इन चुनौतियों का सामना करती है और क्या नीतीश कुमार की मांगें पूरी होती हैं या नहीं। भारतीय राजनीति में यह घटनाक्रम निश्चित रूप से महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।